मेरी माटी मेरा देश: देशभक्ति का एक अनूठा अभियान
“मेरी माटी मेरा देश” अभियान 9 अगस्त 2023 से “आज़ादी का अमृत महोत्सव” का समापन कार्यक्रम होगा। यह देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों और वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि है।
भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में, सरकार ने “मेरी माटी मेरा देश” अभियान की शुरुआत की। यह अभियान देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए एक अनूठा प्रयास है। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को अपने देश की मिट्टी और वीरता के प्रति सम्मान और गौरव की भावना विकसित करने के लिए प्रेरित करना है।
“मेरी माटी मेरा देश” देश की स्वतंत्रता और उन्नति की यात्रा की याद दिलाता है, साथ ही भारत की माटी और वीरता का उत्सव भी। अपनी भूमि से जुड़कर और अपने नायकों का सम्मान करके यह कार्यक्रम राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करेगा और भावी पीढ़ियों को भारत की पोषित विरासत की रक्षा करने के लिए प्रेरित करेगा।
इस अभियान में कई पंचायतों और गांवों, ब्लॉकों, शहरी स्थानीय निकायों, राज्यों और राष्ट्रीय स्तर पर शामिल हैं:
शिलाफलकम का समर्पण (स्मारक) कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उन सभी वीरों (वीरों और वीरांगनाओं) का सम्मान व्यक्त करना है जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया है। शिलाफलकम पर वीरों का नाम लिखा जाएगा। इनमें स्वतंत्रता सेनानी, रक्षा कर्मी, केंद्रीय सशस्त्र बलों और राज्य पुलिस बलों के कर्मी शामिल होंगे जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी।
शिलाफल स्थानीय पंचायतों और गांवों में, साथ ही शहरी क्षेत्रों में, संभवतः स्थानीय स्कूलों या अमृत सरोवरों के पास बनाए जाएंगे।
अभियान का उद्देश्य
“मेरी माटी मेरा देश” अभियान के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
- लोगों को अपने देश की मिट्टी और वीरता के प्रति सम्मान और गौरव की भावना विकसित करना।
- देश की एकता और अखंडता को मजबूत करना।
- लोगों को देश की प्रगति में योगदान करने के लिए प्रेरित करना।
- भारत को 2047 तक विकसित और आत्मनिर्भर बनाना
- औपनिवेशिक मानसिकता को दूर करना।
- देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करें और एकता को बढ़ावा दें।
- नागरिकों की जिम्मेदारियों का पालन करें।
पंचायतें, गांवों और शहरी स्थानीय निकाय स्वदेशी प्रजातियों के 75 पौधे लगाकर और एक “अमृत वाटिका” बनाकर धरती मां की भरपाई करेंगे।
अभियान का स्वरूप
यह अभियान देश भर में विभिन्न स्तरों पर आयोजित किया गया। गांव, पंचायत, ब्लॉक, शहरी स्थानीय निकाय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में शामिल थे:
- देशभर से मिट्टी इकट्ठा करना और उसे एक बड़े कलश में मिलाना।
- वीर शहीदों की याद में कार्यक्रम आयोजित करना।
- स्वदेशी प्रजातियों के पौधे लगाना।
- अन्य देशभक्ति से जुड़े कार्यक्रम।
स्वतंत्रता सेनानियों और उनके दिवंगत परिवारों के सम्मान में अभिनंदन समारोह हुआ। इन समारोहों में रक्षा, सीएपीएफ और राज्य पुलिस के सेवानिवृत्त कर्मियों और उन बहादुरों के परिवारों को भी सम्मानित किया गया जो कर्तव्य के दौरान अपने जीवन का बलिदान दे चुके हैं। सत्कार स्थानीय मान्यताओं और रिवाजों के अनुरूप हुआ।
अभियान का प्रभाव
“मेरी माटी मेरा देश” अभियान ने लोगों में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अभियान के माध्यम से, लोगों ने अपने देश की मिट्टी और वीरता के प्रति अपने सम्मान और गौरव को व्यक्त किया। इस अभियान ने देश की एकता और अखंडता को भी मजबूत करने में मदद की।
“मेरी माटी मेरा देश” अभियान एक सफल अभियान रहा है। इस अभियान ने लोगों में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दिया और देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने में मदद की। यह अभियान आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगा और देश को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाने में मदद करेगा।
मुझे लगता है कि “मेरी माटी मेरा देश” अभियान एक बहुत ही सराहनीय प्रयास है। यह अभियान लोगों को अपने देश की मिट्टी और वीरता के प्रति सम्मान और गौरव की भावना विकसित करने के लिए प्रेरित करता है। यह अभियान देश की एकता और अखंडता को भी मजबूत करने में मदद करता है।
नोबेल पुरस्कार 2023