अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस: शिक्षा का महत्व

शिक्षा ही वह माध्यम है जो हमें ज्ञान का सफर पार करने में मदद करता है, और इसलिए अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस को मनाना हमारे लिए गर्व की बात होती है। 8 सितंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाने वाला यह दिन शिक्षा के महत्व को साझा करने और साक्षरता की दिशा में सभी की दिशा बदलने का दिन है।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास:

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन पहली बार 1965 में किया गया था। इस दिन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य साक्षरता को बढ़ावा देना था और लोगों को शिक्षा के महत्व को समझाना था।

इसके पीछे का कारण यह था कि विश्व सभी देशों में साक्षरता की दिशा में कई समस्याएं हैं, और इसे समाधान करने की जरूरत थी। इसलिए, यूनेस्को (UNESCO) ने इस दिन को साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस को पहली बार 8 सितंबर, 1966 को मनाया गया, और इसके बाद हर साल इसे मनाया जाता है। इस दिन विशेष तौर से शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने, साक्षरता को बढ़ावा देने और विभिन्न साक्षरता कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने का मौका प्रदान किया जाता है।

इस दिन के आयोजन में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग, शिक्षा संगठन, सरकारी अधिकारी, और शिक्षा से जुड़े लोग भाग लेते हैं और साक्षरता के महत्व को साझा करने के उपायों की चर्चा करते हैं।

इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस ने शिक्षा के महत्व को प्रमोट करने और साक्षरता के स्तर को बढ़ाने का महत्वपूर्ण काम किया है और आज भी यह दिन विशेष महत्व रखता है।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2023 की थीम

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2023 की थीम “संक्रमण में दुनिया के लिए साक्षरता को बढावा देना टिकाऊऔर शांतिपुर्ण समाजो की नीव का निर्माण” है ।

साक्षरता का महत्व:

शिक्षा एक महत्वपूर्ण माध्यम है जो समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह न केवल एक व्यक्ति के व्यक्तिगत विकास में मदद करता है, बल्कि समाज के साथ-साथ पूरे देश के विकास में भी योगदान करता है। साक्षरता के बिना, एक समाज कभी भी अच्छे दिनों की ओर नहीं बढ़ सकता है।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मकसद:

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य मकसद साक्षरता के महत्व को समझाना और शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस दिन कई साक्षरता संगठन और सरकारी अधिकारियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जाते हैं।

साक्षरता के लाभ:

  1. व्यक्तिगत विकास: शिक्षा व्यक्ति के व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह विचारशीलता, सोचने की क्षमता, और सामाजिक साजगर्मी को बढ़ावा देती है।
  2. सामाजिक विकास: शिक्षित समाज में लोगों का सामाजिक साझा करने का अधिक समय होता है और वे समाज में अधिक सहयोगी भूमिका निभाते हैं।
  3. आर्थिक विकास: शिक्षित लोग अधिक समझदार होते हैं और वे अधिक आर्थिक स्थिति में होते हैं, जिससे उनका और उनके परिवार का आर्थिक विकास होता है।
  4. सामाजिक न्याय: शिक्षित समाज में सामाजिक न्याय की अधिक संभावना होती है, क्योंकि लोग अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक होते हैं।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस हमें शिक्षा के महत्व को समझने का मौका देता है। इस दिन हमें यह याद दिलाने का अवसर मिलता है कि हमारे लिए शिक्षा केवल एक अधिकार नहीं है, बल्कि यह हमारी जिम्मेदारी भी है कि हम शिक्षा का उपयोग कैसे करते हैं। हमें साक्षरता को बढ़ाने और शिक्षा को समर्थन देने का संकल्प लेना चाहिए ताकि हम सभी एक शिक्षित, समृद्ध, और सामाजिक रूप से समृद्ध समाज की ओर कदम बढ़ा सकें।

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