हर साल 8 मार्च को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) मनाया जाता है. ये दिन महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को सलाम करने का अवसर है. साथ ही ये उन मुद्दों को भी उजागर करता है जिनका सामना आज भी महिलाओं को करना पड़ता है.
इतिहास और महत्व
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत मजदूर आंदोलन से जुड़ी हुई है. 1908 में अमेरिका में हजारों महिलाएं बेहतर कामकाजी परिस्थितियों और मतदान के अधिकार की मांग को लेकर सड़कों पर उतरी थीं. इसके बाद साल 1910 में जर्मनी की एक महिला कार्यकर्ता क्लारा जेटकिन ने इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का प्रस्ताव रखा. 1911 में पहली बार ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया.
हर साल इस दिवस के लिए एक विषय भी चुना जाता है. इस साल 2024 का विषय है (आप 2024 के लिए घोषित विषय ढूंढ कर यहाँ लिख सकते हैं). ये विषय महिलाओं से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
2024 के लिए महिला दिवस की थीम क्या है?
‘ महिलाओं में निवेश: प्रगति में तेजी लाएं ‘ 2024 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का विषय है, जिसमें महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से निपटने पर जोर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 के लिए अभियान का विषय ‘इंस्पायर इंक्लूजन’ है।
क्यों आज ही के दिन मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस?
महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और समानता के लिए हर वर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। 1909 में अमेरिकी सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया था। इसके बाद, 1910 में डेनमार्क में महिलाओं के एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें क्लारा जेटकिन नामक महिला ने यह दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था।
महिला दिवस की शुरुआत किसने की?
1910 में कोपेनहेगन में कामकाजी महिलाओं का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। क्लारा ज़ेटकिन (जर्मनी में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए ‘महिला कार्यालय’ की नेता) नामक एक महिला ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का विचार रखा।
जश्न मनाएं उपलब्धियों का
आज समाज के हर क्षेत्र में महिलाएं अपना नाम रोशन कर रही हैं. विज्ञान, कला, खेल, राजनीति हर जगह महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. इस दिन हमें उनकी इन शानदार उपलब्धियों को याद करना चाहिए और उन्हें सम्मान देना चाहिए.
अपने आसपास की महिलाओं की कहानियां सुनें, उनकी struggles को समझे, और उनकी सफलताओं का जश्न मनाएं. अपनी माँ, बहन, बेटी, पत्नी, दोस्त – उन सभी महिलाओं को धन्यवाद दें जिन्होंने आपके जीवन को संवारा है.
उठाएं सशक्तिकरण का कदम
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस केवल जश्न मनाने का ही नहीं बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाने का भी अवसर है.
- लैंगिक असमानता के खिलाफ आवाज उठाएं.
- महिला शिक्षा को बढ़ावा दें.
- कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को रोकने में योगदान दें.
- घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करें.
ये छोटे-छोटे कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं.
आइये इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मिलकर ये संकल्प लें कि हम एक ऐसे समाज का निर्माण करेंगे जहां हर महिला को सम्मान और अवसर मिलेगा.